EVERYTHING ABOUT PATTA KA PARYAYVACHI SHABD

Everything about patta ka paryayvachi shabd

Everything about patta ka paryayvachi shabd

Blog Article

बुढ़ापा – वृद्धावस्था, वृद्धत्व, जश, जीर्णावस्था।

मोर – शिखी, शिव -सुत -वाहन, कलाजी, सारंग, नीलकंठ, केकी, मयूर।

मेरा विचार तो ये है कि जब भी अवसर मिले इनका प्रयोग अपने लेखन-कौशल को बढ़ाने के लिए करते रहना चाहिए.

धक्का का पर्यायवाची शब्द- भिड़ंत, टक्कर, आघात, झोंका, लंघट्ट, रेला

उद्देश्य – लक्ष्य, धेय्य, प्रयोजन, मकसद

मुलाकात – मिलन, भेंट, मेल, मिलाप, दर्शन।

लुटेरा – अपहर्ता, अपहरणकर्ता, डाकू, डकैत।

चंद्रमा – सुधाकर, शशांक, रजनीपति, निशानाथ, सुधांशु।

उषा – सुबह, भोर, भिनसार, अलस्सुबह, ब्रह्ममुहूर्त।

 आँख – नेत्र, नयन, चक्षु, दृग, लोचन, अक्षि, नजर, अक्ष, चश्म।

इससे ये शब्द हमारे दिमाग में पैठने लगते हैं. तो इन्हे भूलने का प्रश्न ही नहीं उठता.

परोपकार – परहित, भलाई, नेकी, परकाज, परमार्थ, परार्थ।

नित्य – शाश्वत, अमर, अनश्वर, अमर्त्य, अविनाशी, प्रतिदिन, रोज, सदा, नितप्रति, हररोज, हर रोज।

ठिठोली – चुहल, फबती, व्यंग्य, मजाक, read more उपहास, दिल्लगी।

Report this page